Mirabai Chanu Biography in Hindi | मीराबाई चानू का जीवन परिचय 2023

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साईखोम मीराबाई चानू मणिपुर, भारत की प्रतिभाशाली महिला भारोत्तोलन खिलाड़ी हैं । उन्होंने हाल ही में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतकर सभी भारतीयों को गौरवान्वित होने का मौका दिया है।

इससे पहले भी मीराबाई चानू टोक्यो ओलंपिक 2021 में भारत को रजत पदक दिलवा चुकी हैं । भारत सरकार ने इनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए इन्हें पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया है।

वर्तमान में मीराबाई के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए हमारे देश और देशवासियों को भविष्य में होने वाली प्रतियोगिताओं में उनसे बहुत उम्मीदें हैं।

तो आइए दोस्तों आज हम Mirabai Chanu Biography in Hindi | मीराबाई चानू का जीवन परिचय लेख के माध्यम से उनके बारे में आपको विस्तृत जानकारी देते हैं।

Table of Contents

साईखोम मीराबाई चानू का जीवन परिचय | Mirabai Chanu Biography in Hindi

बिन्दु जानकारी
नाम मीराबाई चानू
पूरा नाम साईखोम मीराबाई चानू
जन्म 8 अगस्त 1994
जन्म स्थल नोंगपोंक काकचिंग, इम्फाल, मणिपुर, भारत
नागरिकता भारतीय
शैक्षिक योग्यतास्नातक ( बी0 ए0 )
धर्महिंदू
जातिज्ञात नहीं
उम्र 28 वर्ष ( 2022 के अनुसार )
वैवाहिक स्थिति अविवाहित
निवासीमणिपुर
व्यवसायखिलाड़ी ( भरोत्तोलक )
खेल का नाम भारोत्तोलन ( Weight Lifting )
कोच कुंजारानी देवी, विजय शर्मा
प्रतिस्पर्धा वर्ग 48 किलोग्राम
जीते गए पदक3 ( स्वर्ण पदक – 2, रजत पदक – 1 )
लंबाई4 फुट 11 इंच ( 150 सेमी0 )
वजन48 किलोग्राम
शौक घूमना, संगीत सुनना
आँखों का रंग काला
बालों का रंग गहरा भूरा
रंग गोरा
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मीराबाई चानू का जन्म व शुरुआती जीवन – Mirabai Chanu Birth and Early Life

साइखोम मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को भारत के नॉर्थ ईस्ट में मणिपुर राज्य की राजधानी इंफाल के एक छोटे से कस्बे नोंगपोंक काकचिंग में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था ।

इनके पिता का नाम साईखोम कृति मैतेई है जो PWD विभाग में कार्यरत हैं । मीराबाई की माँ साईखोमओंगबी टोंबी लेईमा एक गृहिणी हैं और साथ ही कस्बे में एक दुकान भी चलाती हैं । मीराबाई कुल 6 भाई-बहिन हैं और ये उनमें सबसे छोटी हैं ।

Mirabai Chanu Biography in Hindi
Saikhom Mirabai Chanu Biography in Hindi

पहले मीराबाई का परिवार आर्थिक रूप से बहुत कमजोर था, और उनका मुख्य व्यवसाय जंगल से लकड़ियां लाकर बाजार में बेचना था ।

इस काम में मीराबाई अपने परिवार की मदद करती थी । बचपन में मीराबाई बड़े भाई से अधिक भारी लकड़ियों का गट्ठर उठाकर लाती थीं ।

मीराबाई की इस स्ट्रेंगथ को उनकी मां ने नोटिस किया, और उन्होंने यह निश्चय किया कि वे मीराबाई को एक वेटलिफ्टर बनाएंगी, परंतु मीराबाई को वेटलिफ्टिंग में रुचि नहीं थी । उन्हें तीरंदाजी ( Archery ) का शौक था, और उसी में वह अपना कैरियर बनाना चाहती थीं।

परंतु भाग्य को कुछ और ही मंजूर था, आठवीं कक्षा में मीराबाई ने कुंजारानी देवी की जीवनी को पढ़ा, और उन्हें उससे बहुत प्रेरणा मिली।

कुंजारानी देवी प्रसिद्ध भारतीय भारोत्तोलन खिलाड़ी रही हैं | उन से प्रभावित होकर मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग को ही अपना कैरियर बनाने का निश्चय कर लिया।

साइखोम मीराबाई चानू का परिवार – Saikhom Mirabai Chanu Family

मीराबाई छ: भाई बहनों के परिवार में पली-बढ़ी है, आइए जानते हैं उनके परिवार के बारे में –

रिश्ता नाम
पिता साईखोम कृति मैतेई ( PWD में कार्यरत )
मातासाईखोमओंगबी टोंबी लेईमा ( गृहिणी व दुकानदार )
भाई साईखोम सनातोंबा मेइती
बहन साईखोम रंगिता
साईखोम शाया
मीराबाई चानू का शैक्षिक विवरण – Mirabai Chanu Education

मीराबाई चानू ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल से पूरी की। बचपन से ही मीराबाई को पढ़ाई से अधिक खेलकूद पसंद थे। मीराबाई ने इम्फाल से अपनी उच्च शिक्षा पूरी की। मीराबाई कला स्नातक ( B.A. ) हैं।

भारोत्तोलन में कैरियर बनाने के लिए संघर्ष – Struggle for Weightlifting Career

दोस्तों, आपको इस पोस्ट में हम मीराबाई चानू और उनके संघर्ष के बारे में बताने जा रहे हैं। मीराबाई चानू की मजबूत शारीरिक बनावट प्रकृति की देन है।

बचपन में जंगल से लकड़ियों का भारी गट्ठर सिर पर उठा कर लाने से इस बात का परीक्षण हो गया था कि वे वेटलिफ्टिंग में अपना करियर बना सकती हैं, और ऐसा ही उन्होंने किया भी ।

परंतु इस मिशन में उनके जीवन का यह सबसे कठिन दौर था, उन्हें वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग के लिए अपने घर से दूर इंफाल जाना पड़ता था।

उससे भी मुश्किल बात यह थी कि, कमजोर आर्थिक स्थिति वाले उनके परिवार के पास इतने पैसे भी नहीं थे, कि उन्हें आने-जाने का किराया दे सकें।

मीराबाई ने किसी प्रकार ट्रक ड्राइवरों से लिफ्ट लेकर इंफाल आना-जाना जारी रखा, और इस प्रकार उन्होंने अपनी ट्रेनिंग पूरी की ।

क्या होती है वेटलिफ्टिंग ? What is Weightlifting ?

Mirabai Chanu Biography in Hindi लेख में यहाँ हम आपको वेटलिफ्टिंग खेल के बारे में जानकारी दे रहे हैं ।

भारोत्तोलन ( Weightlifting ) के खेल में स्टील का एक रॉड ( Barbell) होता है, इसके दोनों सिरों पर रबर के गोल प्लेटस ( वजन ) को लगाया जाता है। सर्वाधिक वजन उठाने वाला खिलाड़ी इसमें विजेता होता है।

वेट लिफ्टिंग में वेट उठाने की प्रोसेस को दो भागों ( Segment ) में बांटा जाता है-

  • Snatch Segment
  • Clean and Jerk Segment

Snatch Segment में वजन को एक ही सिंगल मोशन में जमीन से उठाकर सिर के ऊपर तक ले जाना होता है, इस प्रयास में खिलाड़ी को बिल्कुल सीधे खड़े होना होता है, तथा उसके हाथ भी सीधे होने चाहिए ।

स्नेच सेगमेंट के पूरा होने के बाद खिलाड़ियों को छोटा ब्रेक दिया जाता है, ताकि वे अपनी ऊर्जा को वापस संग्रहित कर सकें।

छोटे ब्रेक के बाद दूसरा सेगमेंट Clean and Jerk Segment शुरू होता है, जिसमें खिलाड़ी को एक ही सिंगल मोशन में वजन ऊपर उठाना नहीं होता, बल्कि खिलाड़ी इसमें पहले प्रयास में वजन को उठाकर छाती की ऊंचाई तक लाते हैं, और दूसरे प्रयास में वजन को छाती से सिर के ऊपर तक उठाया जाता है।

Mirabai Chanu Biography in Hindi
Mirabai Chanu Biography in Hindi

क्लीन एंड जर्क सेगमेंट में खिलाड़ी को दो मोशन में वजन सिर के ऊपर उठाना होता है, अतः एथलीट द्वारा इस राउंड में अधिक वजन उठाने की संभावना होती है।

वेटलिफ्टिंग के दोनों राउंड में खिलाड़ी को वजन उठाकर सीधे खड़ा होना होता है । अन्यथा उसे डिसक्वालीफाई कर दिया जाता है। खिलाड़ी को दोनों सेगमेंट में 3-3 attempt दिए जाते हैं।

तीनों attempt में बेस्ट attempt के स्कोर को फाइनल स्कोर की तरह Count कर लिया जाता है । एथलीट को हर प्रयास के लिए 1 मिनट का समय मिलता है ।

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भारत की प्रसिद्ध वेटलिफ्टर कुंजारानी देवी शुरुआती दौर में मीराबाई चानू की कोच थीं। टोक्यो ओलंपिक जीतने के बाद से विजय शर्मा इनके कोच हैं, यह लगातार कोच विजय शर्मा के नेतृत्व में अपनी ट्रेनिंग ले रही हैं।

मीराबाई चानू का टोक्यो ओलंपिक 2021 में सिल्वर मेडल – Mirabai Won Silver Medal in Tokyo Olympic 2021

मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक 2021 में 49 किलोग्राम वर्ग में सफलतापूर्वक 202 किलो वजन उठाते हुए देश को रजत पदक दिलाया। उन्होनें स्नेच राउंड में 87 किलोग्राम तथा क्लीन एंड जर्क में 115 किलोग्राम वजन उठाया।

इस प्रकार उन्होनें दोनों राउंड में कुल मिलाकर 202 किलो वजन उठाकर देश को अपना पहला रजत पदक दिलाया। गौरतलब है कि ओलंपिक वेटलिफ्टिंग में 21 साल बाद देश को यह पदक मिला । इससे पहले सिडनी ओलंपिक 2000 में कर्णम मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक जीता था।

मीराबाई चानू की इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, और तत्कालीन राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविंद ने उन्हे बधाई दी।

मीराबाई चानू का कॉमनवेल्थ 2022 में गोल्ड मेडल – Mirabai Won Gold Medal in Commonwealth 2022

मीराबाई चानू ने हाल ही में बर्मिंघम, इंग्लैंड में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 49 किलोग्राम वर्ग में 201किलोग्राम वजन उठाकर देश को एक और स्वर्ण पदक दिलाया है | मीराबाई ने इस प्रतिस्पर्धा में स्नेच राउंड में अपने पहले प्रयास में 84 किलोग्राम वजन उठाया।

तथा दूसरे ही प्रयास में उन्होंने 88 किलोग्राम वजन उठाकर स्वयं अपने ही रिकॉर्ड की बराबरी की। अपने तीसरे प्रयास में चानू ने 90 किलोग्राम वजन उठाने का असफल प्रयास किया ।

मीराबाई चानू ने क्लीन एंड जर्क की पहली कोशिश में 109 किलोग्राम वजन उठाया, अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने 113 किलोग्राम वजन उठाया, और इसी के साथ उन्होंने इस प्रतिस्पर्धा में अपना स्वर्ण पदक सुरक्षित कर लिया।

तीसरे प्रयास में मीराबाई ने 114 किलोग्राम वजन उठाने का प्रयास किया परंतु इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली।

इस प्रकार मीराबाई चानू ने क्लीन एंड जर्क तथा स्नैच राउंड में कुल मिलाकर 201 किलोग्राम वजन उठाया, और गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया।

इस प्रतियोगिता में मॉरीशस की मैरी रनाइवोसोवा 172 किलोग्राम वजन उठाकर दूसरे स्थान पर तथा कनाडा की हाना कामिन्सकी 171 किलोग्राम वजन उठाकर तीसरे स्थान पर रहीं।

2016 में रियो ओलंपिक में टूटा मेडल जीतने का सपना –

2016 के रियो ओलंपिक में भी मीराबाई चानू ने सफलतापूर्वक क्वालीफाई कर लिया था। परंतु लगभग हर राउंड में चानू के द्वारा उठाए गए वजन को डिसक्वालीफाई कर दिया गया, क्योंकि हर बार वे सही से वजन नहीं उठा सकीं थी।

और इस प्रकार मीराबाई चानू रियो ओलंपिक से बाहर हो गई, इसी के साथ देश के लिए मेडल जीतने का उनका सपना बिखर गया। मीराबाई चानू की आंखों में उस वक्त आंसुओं की नमी थी, उन्हें देखकर यह लगता था मानो इस घटना ने उन्हें तोड़ दिया हो ।

क्वालीफाई ना करने के टैग के कारण वे अवसाद में चली गई, उन्हें मनोवैज्ञानिक का सहारा लेना पड़ा ।

मीराबाई चानू के लिए यह हार बहुत बड़ी थी जिसने उन्हें भीतर तक झकझोर दिया। एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्होंने अपने कैरियर को अलविदा कहने का निर्णय लिया।

परंतु वे ऐसा ना कर सकीं क्योंकि उन्हें खुद को साबित करना था, और मीराबाई ने इस घटना को एक चैलेंज की तरह लिया, और फिर से ओलंपिक में पदक लेने के लिए जी तोड़ मेहनत की। और उस मेहनत का सुखद परिणाम टोक्यो ओलंपिक में पदक के रूप में आया।

मात्र 11 वर्ष की उम्र में पहला मेडल जीता –

मीराबाई चानू ने महज 11 वर्ष की उम्र में लोकल वेटलिफ्टिंग टूर्नामेंट में प्रतिभाग करते हुए अपने कैरियर का पहला स्वर्ण पदक जीता ।

मीराबाई ने वर्ल्ड और जूनियर एशियन चैंपियनशिप से इंटरनेशनल स्तर पर अपने वेटलिफ्टिंग कैरियर की शुरुआत की थी। कुंजारानी देवी को मीराबाई अपना आदर्श मानती हैं।

मीराबाई चानू को मिलने वाले मेडल/ कैरियर रिकॉर्ड्स – Medals Mirabai Chanu Won/ Career Records

इवेंट का नामवर्षमेडल
कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप, पेनांग 2013 गोल्ड
ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स 2014सिल्वर
कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप, पुणे 2015सिल्वर
वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप अनाहेम2017गोल्ड
गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स2018गोल्ड
कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप, एपिया, समोआ 2019गोल्ड
एशियन चैम्पियनशिप, ताशकंद 2020ब्रॉन्ज
ओलंपिक, टोक्यो 2021सिल्वर
कॉमनवेल्थ गेम्स, बर्मिंघम, इंग्लैंड2022गोल्ड

मीराबाई चानू को मिलने वाले सम्मान – Honours to Mirabai Chanu

सम्मानवर्ष
पद्मश्री पुरस्कार 2018
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार2018

मीराबाई चानू को मिलने वाले नकद पुरस्कार – Rewards Mirabai Chanu Recieved

मीराबाई चानू को विभिन्न प्रतियोगिताएं जीतने पर, और विशेष रूप से टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने के बाद सरकारों की ओर से उन पर इनाम में मिलने वाली धनराशि की बरसात होने लगी, उन्हें मिलने वाली धनराशि का विवरण हम आगे दे रहे हैं।

प्रतियोगिताराज्य/केंद्र सरकारवर्षधनराशि
वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिपमणिपुर सरकार की ओर से2017रु0 20 लाख
टोक्यो ओलंपिकमणिपुर सरकार की ओर से ( ओलंपिक में प्रतिभाग के लिए )2021रु0 25 लाख
टोक्यो ओलंपिकमणिपुर सरकार की ओर से ( ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए)2021रु0 10 लाख
टोक्यो ओलंपिकमणिपुर सरकार की ओर से ( ओलंपिक में रजत पदक जीतने के लिए )2021रु0 1 करोड़
टोक्यो ओलंपिकभारत सरकार की ओर से ( ओलंपिक में रजत पदक जीतने के लिए )2021रु0 50 लाख

मीराबाई चानू को किया गया एएसपी पद पर नियुक्त –

टोक्यो ओलंपिक 2021 में रजत पदक जीतकर इतिहास रचने के बाद मणिपुर सरकार ने उन्हें 1 करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान की, साथ ही उन्हें मणिपुर पुलिस में एडिशनल एस पी, स्पोर्ट्स (ASP) के पद पर नियुक्त किया।

मीराबाई चानू की कुल आय (नेटवर्थ) – Mirabai Chanu NetWorth

वेटलिफ्टिंग में कैरियर बनाने के बाद दिन प्रतिदिन मीराबाई चानू का करियर ग्राफ बढ़ता जा रहा है, उनकी लोकप्रियता उनके खेल के साथ-साथ बढ़ रही है।

खेल में उनके शानदार प्रदर्शन, ओलंपिक जैसी बड़ी इवेंट्स में उनके द्वारा जीते गए पदकों के बाद उन्होंने शोहरत के साथ-साथ काफी पैसा भी कमाया है।

मीराबाई का इम्फाल में एक बड़ा घर है, इन्हें ज्यादा कारों का शौक नहीं है, इसलिए इनके पास बस एक टोयोटा फॉर्च्युनर कार है ।Mirabai Chanu Biography in Hindi में पढिए उनकी आय का विवरण इस प्रकार हैं-

प्रतिमाह4 लाख रु0 से अधिक
प्रति वर्ष60 लाख रु0 से अधिक
कुल नेटवर्थ6 करोड़ रु0 लगभग ( 2023 के अनुसार )

उनकी आय में खेल से प्राप्त धनराशि के अलावा ब्रांड एंडोर्समेंट से आय भी शामिल है। उन की बढ़ती लोकप्रियता के कारण कई बड़ी कंपनियों ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है, उनमें से कुछ कंपनी कंपनियों के नाम यहां दिए गए हैं –

  1. न्यूट्रीलाइट ( एमवे इंडिया )
  2. अमृतांजन
  3. हथकरघा उद्योग मणिपुर
  4. Stay in Play ( Adidas )

सोशल मीडिया पर मीराबाई चानू – Mirabai Chanu on Social Media

यहाँ आप देख सकते हैं मीराबाई चानू के सोशल मीडिया अकाउंट

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FAQs

प्रश्न – मीराबाई चानू कौन है ?

उत्तर – मीराबाई चानू भारतीय महिला वेटलिफ्टिंग खिलाड़ी हैं।

प्रश्न – साईखोम मीराबाई चानू का जन्म कब हुआ था ?

उत्तर – मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को हुआ।

प्रश्न – मीराबाई चानू की हाइट कितनी है ?

उत्तर – 4 फुट 11 इंच ( 150 सेमी0 )

प्रश्न – मीराबाई चानू ने कितना वजन उठाया ?

उत्तर – कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में मीराबाई चानू ने कुल 201 किलो वजन उठाकर गोल्ड मेडल जीता है।

प्रश्न – मीराबाई चानू को कौन सा पुरस्कार मिला ?

उत्तर – पद्मश्री पुरस्कार, राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार

प्रश्न – मीराबाई चानू का धर्म क्या है ?

उत्तर – हिन्दू

प्रश्न – मीराबाई चानू किस राज्य की हैं ?

उत्तर – मणिपुर

प्रश्न – मीराबाई चानू का जन्म स्थान कहां है ?

उत्तर – नोंगपोंक काकचिंग, इम्फाल, मणिपुर, भारत

प्रश्न – टोक्यो ओलंपिक 2021 में मीराबाई चानू ने कौन सा पदक जीता ?

उत्तर – रजत पदक

प्रश्न – मीराबाई चानू के कोच का क्या नाम है

उत्तर – कुंजारानी देवी, विजय शर्मा

प्रश्न – मीराबाई चानू net worth कितनी है ?

उत्तर – 5.5 करोड़ रु0 ( 2022 के अनुसार )

हमारे शब्द – Our Words

प्रिय पाठकों ! हमारे इस लेख ( Mirabai Chanu Biography in Hindi | मीराबाई चानू का जीवन परिचय ) में  Mirabai Chanu Biography in Hindi  के बारे में मीराबाई चानू का जीवन परिचय से जुड़ी वृहत जानकारी आपको कैसी लगी ?

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जीवन को अपनी शर्तों पर जियें ।

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