धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर धाम महाराज) एक आध्यात्मिक गुरु हैं जिन्होंने न्यूज, इंटरनेट और सोशल मीडिया की दुनिया में तहलका मचा रखा है। ये एक कथावाचक हैं। ये छतरपुर, मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर हैं और वहीं अपना दरबार लगाते हैं।
बागेश्वर बालाजी धाम एक प्राचीन हनुमान मंदिर है, जहां प्रभु हनुमान बागेश्वर रूप में विराजते हैं। और यहां बालाजी का दरबार लगता है। उनके अनुयायी और भक्तों की संख्या लाखों में है।
उनकी प्रसिद्धि इस बात के लिए है कि वे बिना बताए लोगों के मन की बातें जान लेते हैं, इसीलिए लोग उन्हें हनुमान जी का अवतार मानते हैं। उनकी बातों और बात करने के चुटीले अंदाज को उनके भक्त बहुत पसंद करते हैं।
दोस्तों, आज हम इस लेख में उनसे जुड़ी सब बातों की जानकारी प्राप्त करेंगे। तो आइए शुरू करते हैं हमारा लेख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय (Dhirendra Krishna Shastri Biography)
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय | बागेश्वर धाम | Dhirendra Krishna Shastri Biography
बिन्दु | जानकारी |
---|---|
पूरा नाम (Name) | श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी महाराज |
वास्तविक नाम (Real Name) | धीरेंद्र |
उपनाम (Nick Name) | बागेश्वर धाम महाराज |
अन्य प्रसिद्ध नाम (Other Name) | धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री , बागेश्वर महाराज , बाला जी महाराज, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री |
जन्म तिथि (Date of Birth) | 4 जुलाई 1996 |
जन्म स्थान (Birth Place) | गढ़ा गंज गाँव, छतरपुर, मध्य प्रदेश |
धर्म (Religion) | हिंदू |
जाति (Caste) | ब्राह्मण |
उम्र (Age) | 26 वर्ष |
नागरिकता (Citizenship) | भारतीय |
शिक्षा (Education) | कला स्नातक (B.A.) |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | अविवाहित |
पेशा (व्यवसाय) Profession | कथावाचक (कथा वाचक),बागेश्वर धाम प्रमुख, यूट्यूबर, सनातन धर्म प्रचारक |
गुरु (Guru) | श्री दादा जी महाराज सन्यासी बाबा |
भाषाएं (Languages) | हिन्दी,अंग्रेजी,संस्कृत, बुंदेली |
मंदिर समर्पित है | श्री बालाजी हनुमान जी को |
आय (Income) | रु0 8000+ रोजाना रु0 3.5 लाख मासिक रु0 40 लाख वार्षिक |
नेट-वर्थ (Net-Worth) | रु0 19.5 करोड़ |
आय का स्रोत (Source of Income) | दिव्य दरबार, कथा वाचन |
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शारीरिक बनावट- Physical Structure
लंबाई | 5 फुट 9 इंच |
वजन | 64 किलोग्राम |
रंग | गोरा |
बालों का रंग | काला |
आंखों का रंग | काला |
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का जन्म, उम्र व प्रारम्भिक जीवन – Maharaj Dhirendra Krishna Shastri Birth, Age and Early Life
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश में छतरपुर जिले के गढ़ा गंज नामक गाँव में हुआ था। यह एक सरयूपारीण ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए थे।
इनका प्रारम्भिक जीवन गाँव में ही व्यतीत हुआ। धीरेंद्र कृष्ण घर से स्कूल जाने के लिए निकलते परंतु वह स्कूल के स्थान पर मंदिर पहुंच जाते थे। धीरेंद्र बड़ी छोटी उम्र से ही धोती-कुर्ता पहनते थे।
इनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, जिस कारण से इनका बचपन निर्धनता और अभावों में ही बीता।
धीरेंद्र का परिवार कर्मकांड करने वाला परिवार था। जजमानी करके दक्षिणा में जो कुछ भी मिलता उसी से परिवार चलता था।
धीरेन्द्र कृष्ण पर बचपन से ही अपने दादाजी का काफी प्रभाव था, उन्हीं की शिक्षाओं के कारण आध्यात्मिकता से बचपन से ही इनका लगाव रहा। ये 9 वर्ष की आयु से ही श्री बालाजी की सेवा में रम गए थे।
वर्तमान मे बागेश्वर धाम सरकार की उम्र (Bageshwar dham sarkar Age) 26 वर्ष है।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का परिवार – Dhirendra Krishna Shastri Family
धीरेन्द्र कृष्ण के पिता का नाम राम कृपाल गर्ग है और माँ का नाम सरोज गर्ग है। इनके परिवार में माता-पिता के अलावा उनके दादाजी भगवान दास गर्ग, एक छोटी बहन और शालिग्राम नाम का एक छोटा भाई है।
इनके दादा बहुत विद्वान थे और निर्मोही अखाड़े से जुड़े थे। धीरेंद्र तीनो भाई बहनों में सबसे बड़े हैं। बहन का विवाह हो चुका है, और छोटे भाई शालिग्राम आश्रम के काम देखते हैं।
रिश्ता | नाम |
---|---|
पिता | रामकृपाल गर्ग |
माता | सरोज गर्ग |
दादा | भगवानदास गर्ग (सैतु लाल गर्ग) |
भाई | शालिग्राम गर्ग |
बहन | रीता गर्ग |
पत्नी | अभी अविवाहित हैं |
अभिन्न मित्र | राजाराम, शेख मुबारक |
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की शिक्षा-दीक्षा – Dhirendra Krishna Shastri Education
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कक्षा 8 तक की शिक्षा अपने गाँव के ही सरकारी स्कूल से हुई। 9 से 12 तक की पढ़ाई के लिए वे सरकारी स्कूल में पढ़ने के लिए गंज गाँव जाते थे।
उसके बाद उन्होंने कॉलेज से कला में स्नातक (B.A.) किया। आध्यात्मिकता में गहरी रूचि होने के कारण पढ़ाई में अधिक रुझान नहीं था ।
अतः इन्होंने अपने दादाजी से रामायण, महाभारत, भागवत और पुराण आदि की शिक्षा ली, उसके बाद इन्होंने हनुमान जी की पूजा, साधना प्रारंभ कर दी और सिद्धियाँ प्राप्त कीं,फिर ये अपना दरबार लगाने लगे।
धीरेंद्र शास्त्री खुद अपने वीडियो में बताते हैं कि उनके दादाजी ने सपने में आकर उन्हें अज्ञातवास में जाने के लिए कहा। फिर अज्ञातवास से वापस आने के बाद वे अपना दरबार लगाने लगे।
क्या महाराज धीरेन्द्र कृष्ण की शादी हो चुकी है ? Dhirendra Krishna Maharaj marriage
अभी धीरेन्द्र कृष्ण महाराज का विवाह नहीं हुआ है, वे अविवाहित हैं। परंतु हाल ही के उनके videos में उन्होंने कहा है कि वे गृहस्थ आश्रम में अवश्य प्रवेश करेंगे अर्थात वे भविष्य में विवाह अवश्य करेंगे।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरु कौन हैं ? Dhirendra Krishna Shastri Guru Name
धीरेन्द्र कृष्ण जी के परिवार में बागेश्वर धाम छतरपुर की बहुत मान्यता थी, और बहुत पुराने समय से इनका परिवार बागेश्वर धाम की सेवा करता था। इनके दादाजी बागेश्वर धाम में ही रहकर सेवा करते थे। इसी स्थान पर इनके दादाजी महाराज सन्यासी बाबा की समाधि भी है।
दादाजी महाराज सन्यासी बाबा इनके आध्यात्मिक गुरु हैं । आपकी जानकारी के लिए यहाँ यह स्पष्ट कर दें कि सन्यासी बाबा धीरेन्द्र के ही वंश से संबंध रखते थे। उन्होंने लगभग 320 साल पहले समाधि ले ली थी।
पारिवारिक परंपरा की तरह इनके दादाजी बागेश्वर धाम में रहते हुए वहाँ दरबार लगाया करते थे। उनके संपर्क में रहते हुए धीरेन्द्र कृष्ण का भी इसमें रुझान बढ़ा क्योंकि आध्यात्म में उनकी भी रुचि थी। उनके परिवार की माली हालत भी अच्छी नहीं थी।
अतः उन्होंने 11 साल की उम्र में बागेश्वर धाम में अर्जी लगाई, और अपनी गरीबी से मुक्त होने का वरदान मांगा। उनके दादाजी ने उन्हे अपना ही शिष्य बना लिया।
उसके बाद से उन्होंने अपने गुरुजी (दादाजी ) के सानिध्य में सिद्धि, शिक्षा प्राप्त की और वहीं रहकर बागेश्वर धाम की सेवा करने लगे।
स्वयं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री स्वीकार करते हैं कि उन्हें प्राप्त हुई समस्त अलौकिक शक्तियां तथा ज्ञान सन्यासी बाबा और उनके दादा का ही आशीर्वाद है। उनके दादा ने 2010 में काशी में अपनी देह का त्याग किया।
कुछ जगहों पर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी ने श्री रामभद्राचार्य जी महाराज को अपना गुरु बताया है। कहा जाता है कि रामभद्राचार्य जी बाल्यावस्था से ही नेत्रहीन थे। बड़े-बड़े नेता, मंत्री और प्रभावशाली लोग इनके भक्त हैं।
बागेश्वर धाम क्या है? What is Bageshwar Dham ?
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में गढ़ा नामक स्थान पर स्थित बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) एक प्राचीन हनुमान मंदिर है, यह चंदेल कालीन सिद्ध पीठ है। गढ़ा गांव के लोगों ने 1986 इस मंदिर का निर्माण किया था।
फिर 1987 में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के दादा पंडित सेतु लाल गर्ग उस गांव में आए, जिन्होंने चित्रकूट से दीक्षा प्राप्त की थी।
उन्होंने 1989 में एक बड़े यज्ञ का आयोजन किया, इस यज्ञ के बाद से बागेश्वर धाम लोगों के बीच प्रसिद्ध होने लगा।
इसी गढ़ा गाँव में महाराज धीरेन्द्र कृष्ण का जन्म हुआ था,और इनके गुरु (दादाजी) समाधिस्त हुए थे।
पुराने समय से इनका परिवार इस मंदिर का सेवक रहा है।बड़ी दूर-दूर से लोग इस धाम में आते हैं और अपने नाम की अर्जी लगाते हैं।
मंगलवार का दिन हनुमान जी का दिन होता है इसीलिए अर्जी लगाने के लिए इसी दिन को चुना गया है। इसीलिए यहां पर मंगलवार के अतिरिक्त अन्य किसी दिन अर्जी नहीं लगाई जा सकती।
यहां अर्जी लगाने वाले लोग अपने साथ लाल कपड़े में बांधकर एक नारियल अवश्य लाते हैं।
इसके पीछे मान्यता है कि जो लोग लाल कपड़े में बंधा नारियल बागेश्वर धाम में बांधकर जाते हैं उनकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है।
इसी आस्था के कारण मंगलवार के दिन यहां लाखों की संख्या में लोग आकर नारियल बांधते हैं।
और इसी बागेश्वर धाम में महाराज धीरेंद्र कृष्ण का विशाल दरबार लगाया जाता है, उसी दरबार में आकर लोग अपनी अलग-अलग तरह की समस्याओं का समाधान खोजते हैं।
क्या हैं बागेश्वर धाम के टोकन ? What is Bageshwar Dham Token ?
बागेश्वर धाम मंदिर में दर्शन करने के लिए एक सिस्टम निर्धारित है। जिसके अनुसार मंदिर में आने वाले भक्तजनों को अंदर प्रवेश करने से पहले एक टोकन लेना अनिवार्य होता है।
जो बागेश्वर धाम की सेवा समिति के द्वारा जारी किया जाता है। इस टोकन पर व्यक्ति का नाम, मोबाइल नंबर व अन्य जानकारी दर्ज होती हैं। इस टोकन के बिना मंदिर में प्रवेश संभव नहीं है।
टोकन से बागेश्वर धाम के दर्शन कैसे किये जाते हैं ? How to Visit Bageshwar Dham with Token ?
बागेश्वर धाम से जारी किए जाने वाले टोकन पर दर्शन के लिए मंदिर में जाने की तारीख लिखी होती है, उसी तारीख पर भक्तों को वहां दर्शन करने होते हैं।
श्रद्धालु के दर्शन हेतु मंदिर में पहुँचने के बाद धाम में उसकी अर्जी लगाई जाती है, तभी भक्तजन दर्शन कर पाते हैं।
बागेश्वर धाम में घर बैठे अर्जी कैसे लगाएं – How to Apply for Bageshwar Dham Sitting at Home ?
यदि किसी भक्त को बागेश्वर धाम में अर्जी लगानी हो तो उसे महीनों का समय लग सकता है। यदि कोई भक्त किसी कारणवश बाबा के धाम नहीं जा पाता है तो उसे निराश होने की जरूरत नहीं है।
बागेश्वर धाम जाए बिना भी घर बैठे उसकी अर्जी लग सकती है। इसके लिए उस भक्त को अपने घर पर ही एक नारियल लेकर उसे लाल कपड़े में बांधकर मंदिर में रखकर इस मंत्र का जाप करना होगा – ‘ॐ बागेश्वराय नमः’ ।
इसके बाद अपने इच्छित प्रश्न को बोलना होगा। और इस प्रकार भक्त की अर्जी बाबा तक पहुँच जाएगी और यदि बाबा की कृपा होगी तो उस व्यक्ति की अर्जी अवश्य स्वीकार हो जाएगी, और उसको मनवांछित फल प्राप्त होगा।
बागेश्वर बालाजी धाम कहां पर है? बागेश्वर धाम कैसे पहुँचें – Bageshwar Dham Sarkar Location
अक्सर लोग पूछते हैं बागेश्वर धाम कहां पर है और बागेश्वर धाम का पता क्या है ? तो दोस्तों ! अब हम आपको बताते हैं बागेश्वर धाम जाने का रास्ता क्या है ?
बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। भक्तजन यहाँ ट्रेन और बस दोनों ही से जा सकते हैं।
परंतु बस या ट्रेन किसी से भी धाम जाने के लिए पहले खजुराहो पहुंचना होगा। वहाँ से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित है गढ़ा गाँव, यहीं बागेश्वर धाम स्थित है।
खजुराहो से धाम तक जाने के लिए बस या ऑटो किसी भी साधन से आसानी से मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।
बागेश्वर धाम सरकार के दरबार में जाने की प्रक्रिया – Procedure to go to Bageshwar Dham Sarkar
अगर धीरेंद्र शास्त्री जी की लोकप्रियता की बात करें, वर्तमान में लोगों का एक वर्ग है जो वास्तव में उनका दीवाना है। इस समय लगभग हर रोज 10 से 15 हजार लोग बागेश्वर धाम पहुंचते हैं।
परंतु मंगलवार और शनिवार को धीरेंद्र शास्त्री जी की मौजूदगी में इनके भक्तों की संख्या डेढ़-दो लाख से भी अधिक होती है। इन के दरबार में पहुंचने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी बागेश्वर धाम की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
वेबसाइट पर लिखी प्रक्रिया के अनुसार बागेश्वर धाम के द्वारा अलग-अलग समय पर टोकन जारी किए जाते हैं, टोकन जारी करने वाली कमेटी, धीरेंद्र महाराज के निश्चित करने पर लोगों को टोकन डाले जाने की तिथि बता देते हैं।
टोकन की पेटी में भक्तों को अपना नाम, पिता का नाम, गांव, जिला और राज्य का नाम पिन कोड और फोन नंबर के साथ लिखकर डालना होता है।
फिर जिसका टोकन निकलता है कमेटी के लोग स्वयं उससे संपर्क करते हैं, साथ ही उन्हें बागेश्वर धाम जाने की एक निश्चित तारीख बताई जाती है, उसी तारीख पर ही बागेश्वर धाम जाना अनिवार्य है।
वेबसाइट के अनुसार गुरु जी स्वयं बता देते हैं कि व्यक्ति को कितनी बार आना है, या पेशी करनी हैं ।
परंतु हर श्रद्धालु को कम से कम पांच पेशी करने के लिए आदेशित किया जाता है। उपरोक्त संपूर्ण प्रक्रिया नि:शुल्क है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा किए जाने वाले अन्य क्रियाकलाप – Dhirendra Krishna Shastri Biography
बागेश्वर धाम महाराज कथा वाचन, प्रवचन और लोगों के दुखों का निदान करने के अलावा और भी बहुत से लोकहित के कार्य संपादित करते हैं जो निम्न प्रकार हैं-
- गरीब और और बेसहारा लड़कियों की शादी संपन्न कराना।
- हर सप्ताह मंगल और शनिवार को भंडारा आयोजित करना।
- पर्यावरण सुरक्षा के लिए बागेश्वर बगीचा का निर्माण।
- गौ रक्षा
- वैदिक गुरुकुल बनाने की कार्य योजना आदि।
कैसे बने धीरेन्द्र कृष्ण कथावाचक ? Dhirendra Shastri Bageshwar Baba Katha
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के परिवार की माली हालत अच्छी नहीं थी। जिसके कारण उनका बचपन अभावों और गरीबी में बीता।
उन्हे अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए बड़ा संघर्ष करना पड़ता था। वे अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कुछ करना चाहते थे।
अपनी आध्यात्मिक रुचि और, धार्मिक ग्रंथों व गुरु से मिले ज्ञान के आधार पर वे सत्यनारायण भगवान का कथावाचन करने लगे ।
इससे होने वाली आमदनी से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगा। तभी से उन्होंने इस कार्य को पूर्णरूपेण अपना लिया और दूर-दूर जाकर कथावाचन करने लगे।
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धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर-
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का परिवार पहले से ही बागेश्वर धाम सरकार की सेवा किया करता था, इनके दादाजी बागेश्वर धाम की गद्दी के प्रमुख थे।
उनके समाधिस्त होने के बाद उनके शिष्यों में सबसे योग्य धीरेन्द्र कृष्ण को धाम का पीठाधीश्वर बनाया गया।
तभी से प्रत्येक मंगलवार को उनका दरबार लगता है, वे हनुमान जी की साधना करते हैं, भक्तों की समस्याएं सुनते हैं और उनका समाधान करते हैं। और बागेश्वर धाम की पूरी व्यवस्था देखते हैं।
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की सफलता में सोशल मीडिया की भूमिका – Dhirendra Krishna Shastri on Social Media
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की बढ़ती लोकप्रियता और वर्तमान पोजीशन तक पहुँचाने के लिए इंटरनेट, सोशल मीडिया की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही है।
धीरेंद्र कृष्ण के वीडियो शुरुआत में व्हाट्सएप और यूट्यूब पर भारी संख्या में लोगों तक पहुंचे और उसके बाद संस्कार चैनल के माध्यम से इन्होंने लोगों के एक बड़े वर्ग तक अपनी पहुंच बनाई।
इनके अधिकांश यूट्यूब वीडियोज पर लाखों की संख्या में views हैं। यूट्यूब पर इनके सब्सक्राइबर्स की संख्या 39 लाख से अधिक है और पिछले 3 वर्षों में लगभग 54 करोड़ से अधिक views हैं।
बागेश्वर धाम महाराज (Bageshwar Dham Maharaj) के फेसबुक पर 30 लाख से अधिक, ट्विटर पर 72,000 तथा इंस्टाग्राम(Dhirendra krishna shastri instagram id) पर 3 लाख से अधिक फॉलोवर्स हैं ।
बागेश्वर धाम महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सोशल मीडिया अकाउंट –
Platform | Address | Followers/Subscribers |
---|---|---|
मोबाइल नंबर | 081205 92371 | — |
ईमेल एड्रेस | bageswardhams@gmail.com | — |
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यूट्यूब चैनल | यहाँ क्लिक करें | 3.93M subscribers |
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आम आदमी से लेकर वीआईपी तक हैं महाराज धीरेन्द्र शास्त्री के भक्त -Dhirendra Krishna Shastri Biography
महाराज धीरेन्द्र शास्त्री के भक्त सिर्फ आम लोग नहीं है बल्कि उनके भक्तों में कई पार्टियों के बड़े नेता, मंत्री, सेलिब्रिटीज और प्रभावशाली लोग शामिल हैं
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को ब्रिटेन में मिले पुरस्कार/सम्मान – Dhirendra Shastri Bageshwar Baba Awards
बागेश्वर धाम महाराज धीरेन्द्र कृष्ण वर्तमान में अपने कथावाचन के लिए देश-विदेश में बहुत प्रसिद्ध हैं। वे 1 से 15 जून 2022 तक इंग्लैंड की यात्रा पर थे।
वहाँ उन्होंने लंदन और लेस्टर शहरों मे श्रीमद् भागवत कथा और हनुमत कथा का वाचन किया, इनके प्रभावशाली कथावाचन से लोग बहुत प्रभावित हुए।
इन्हें ब्रिटिश संसद की ओर से तीन प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, यह पुरस्कार इन्हें 14 जून को दिए गए।
ये इतने प्रतिष्ठित पुरस्कार हैं कि इनको पाना स्वयं में ही बड़े सम्मान की बात है, ये तीन पुरस्कार हैं
- वर्ल्ड बुक ऑफ यूरोप
- वर्ल्ड बुक ऑफ लंदन
- संत शिरोमणि
हम सबके और हमारे देश के लिए बड़े गर्व का विषय है। इन्हें पुरस्कार मिलने के तुरंत बाद ब्रिटिश संसद में जय श्री राम का उद्घोष होने लगा।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की चमत्कारिक कार्यविधि – Dhirendra Shastri Bageshwar Baba Magic
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पेशे से कथावाचक और आध्यात्मिक गुरु हैं। ये बागेश्वर धाम के प्रमुख हैं और बागेश्वर धाम हनुमान मंदिर में हर मंगलवार को इनका दरबार लगता है।
इस दरबार में वे अपने भक्तों की समस्याओं का समाधान बड़े चमत्कारिक ढंग से करते हैं।
कहा जाता है कि बागेश्वर बाबा भक्तों के बिना बताए ही उनके मन की बात जान लेते हैं और उसका समाधान कर देते हैं इसीलिए भक्त उन्हें चमत्कारी बाबा भी कहते हैं।
देश के कोने-कोने से भक्तजन उनके पास पहुंचते है और बाबा उनके दुख दूर करते हैं। कहा जाता है कि इस धाम में हाजरी लगाने वाले भक्त को कभी भी खाली हाथ नहीं लौटना पड़ता।
हाजरी लगाने का तरीका ये है कि व्यक्ति को केवल अपना नाम लिखकर एक पर्ची बॉक्स में डालनी होती है।
बाद में पर्ची निकालने पर उस व्यक्ति को बुलाते हैं, और बागेश्वर महाराज उसका केवल नाम पढ़कर ही उसके बारे में सब बता देते हैं। महाराज के द्वारा बताए गए समाधान करने पर लोगों की समस्या दूर हो जाती है।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से जुड़ा विवाद और उनका बयान- Bageshwar Baba Controversy, Statement
एक कहावत है, दौलत और शोहरत अपने साथ विवाद भी लाते हैं। महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की लोकप्रियता बढ़ने के साथ-साथ, उनके नाम के साथ कई विवाद भी जुड़े।
कभी सरकारी जमीन पर कब्जा करने का विवाद तो कभी श्मशान घाट, गांव के तालाब और सरकारी सामुदायिक भवन पर कब्जा करने के विवाद उनके नाम के साथ जुड़ते रहे।
हाल ही में नागपुर, महाराष्ट्र की एक संस्था “अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति” के सदस्य श्याम मानव नामक व्यक्ति ने धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर देश में अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया।
इस आरोप के बाद सोशल मीडिया पर महाराज के खिलाफ एक पूरा कैम्पेन चला। इस कैम्पेन में उनकी खिलाफत करते हुए लोगों को सजग किया गया कि कैसे उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
महाराज धीरेन्द्र को चुनौती दी गई कि वो नागपुर आकर चमत्कार करके दिखाएं, यदि वे ऐसा करते हैं तो उनको 30 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। परंतु महाराज ने इस चुनौती को स्वीकार नहीं किया।
महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उस चुनौती के संदर्भ में बयान जारी करते हुए कहा कि जो बोलता है उसमें करने का दम नहीं होता।
हमने हमेशा कहा है कि हम कोई चमत्कारी नहीं है, और ना ही हम कोई भगवान हैं। हम तो सिर्फ बागेश्वर धाम सरकार बालाजी के सेवक मात्र हैं।
यदि कोई हमें चुनौती देता है तो वह स्वयं बागेश्वर धाम में आकर हमारे काम करने की शैली को देख सकता है, हम कहीं और जाने वाले नहीं।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कुल आय (नेटवर्थ ) Dhirendra Krishn Shastri NetWorth
जरूर एक ऐसा समय था जब महाराज धीरेन्द्र कृष्ण का जीवन गरीबी और संघर्षों से घिरा था, परंतु आज की बात करें तो उनका जीवन सुख और ऐश्वर्य से भरा है।
वे आजकल अच्छी कमाई कर रहे हैं। अगर उनकी कमाई की बात करें तो वो एक दिन में लगभग 8 हजार रुपये कमाते हैं।
और उनकी एक माह की कमाई लगभग 3.5 लाख रुपये है। महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कुल आय (नेटवर्थ ) लगभग 19.5 करोड़ रुपये है।
“तुम मेरा साथ दो, हम हिन्दू राष्ट्र बनाएंगे”
महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री केवल भक्तों के दुख-दर्द और आध्यात्मिक बातें ही नहीं करते बल्कि वो फिल्मों के विरोध, सनातन धर्म और हिंदू राष्ट्र के बारे में भी चर्चा करते हैं।
अपनी अलग-अलग प्रकार की चर्चाओं और बयानो का एक ताजा उदाहरण हाल ही में जनवरी 2023 का भी है, जिसमें धीरेंद्र कृष्ण ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।’
आज हमने भी भारत के इतिहास में एक नया नारा दिया है, ‘तुम मेरा साथ दो, हम हिंदू राष्ट्र बनाएंगे’।
उन्हें इसी तरह के कई अलग-अलग मुद्दों पर अलग-अलग प्रकार की चर्चाएं करते हुए देखा सुना जा सकता है।
महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से जुड़े रोचक तथ्य- Bageshwar Baba Dhirendra Krishna Shastri Facts
- महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गाँव स्थित बागेश्वर धाम ( श्री बालाजी मंदिर) के प्रमुख हैं।
- धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम में अपना दरबार लगाते हैं, जहां वह श्रद्धालुओं के बिना कहे उनके मन की बात जान लेते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं।
- धीरेंद्र शास्त्री एक विशेष अंदाज में अपने दरबार में भक्तों से वार्तालाप करते हैं, वे खास बात कहने के बाद ताली बजाते हैं और जय राम बोलते हैं।
- वे अपने दरबार में भूत-प्रेतों का भी इलाज करते हैं।
- बागेश्वर धाम पहुँचने के लिए ट्रेन या बस से पहले खजुराहो जाना होता है, यहाँ से ऑटो या बस से 35 किमी0 दूर स्थित धाम तक पहुंचा जा सकता है।
- बागेश्वर धाम के दर्शन के लिए पहले टोकन प्राप्त करना होता है।
- वे भक्तों की समस्याओं के अलावा फिल्मी विवाद,हिन्दू राष्ट्र और सनातन धर्म की भी बात करते हैं।
- हाल ही में नागपुर, महाराष्ट्र की एक संस्था “अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति” के सदस्य श्याम मानव नामक व्यक्ति ने धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर देश में अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया।
- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कुल आय ( नेटवर्थ) 19.5 करोड़ रुपए है।
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FAQ
प्रश्न– धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म कब और कहां हुआ?
उत्तर- महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में गढ़ा गांव में हुआ था।
प्रश्न– धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरु कौन हैं?
उत्तर- श्री दादाजी महाराज सन्यासी बाबा।
प्रश्न-धीरेंद्र महाराज की उम्र कितनी है?
उत्तर- 26 वर्ष
प्रश्न– बागेश्वर बाबा कौन है?
उत्तर- बागेश्वर धाम के प्रमुख महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हैं।
प्रश्न– बागेश्वर धाम क्या है?
उत्तर- बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में गढ़ा गांव में स्थित श्री बालाजी महाराज का प्रसिद्ध मंदिर है।
प्रश्न– धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म कब हुआ?
उत्तर- 4 जुलाई 1996
प्रश्न– कृष्ण जी के आध्यात्मिक गुरु कौन थे?
उत्तर- श्री दादाजी महाराज सन्यासी बाबा
प्रश्न – क्या महाराज धीरेन्द्र कृष्ण की शादी हो चुकी है ?
उत्तर – नहीं
प्रश्न– बागेश्वर का पुराना नाम क्या है?/बागेश्वर धाम का असली नाम क्या है?
उत्तर- बागेश्वर धाम सरकार छतरपुर
प्रश्न– बागेश्वर महाराज की अर्जी कैसे लगती है?
उत्तर- अर्जी लगाने के लिए बागेश्वर धाम जाकर लाल कपड़े में एक नारियल बांधना होता है। घर बैठे भी अर्जी लगाई जा सकती है लाल वस्त्र में नारियल बांधकर पूजा के स्थान पर उसे रखकर “ओम बागेश्वराय नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए, इससे घर बैठे आपकी अर्जी स्वीकार हो जाती है।
प्रश्न– दिव्य दरबार बागेश्वर धाम कहाँ पर है?
उत्तर- गढ़ा गांव, छतरपुर, मध्य प्रदेश
प्रश्न– बागेश्वर क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर- श्री बालाजी महाराज के प्रसिद्ध मंदिर के लिए बागेश्वर धाम प्रसिद्ध है।
प्रश्न– बागेश्वर धाम वाले गुरु जी का नाम क्या है (
Bageshwar Dham Sarkar Guruji Name)?
उत्तर- महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
प्रश्न– कृष्ण जी के गुरु जी कौन थे?
उत्तर- श्री दादाजी महाराज सन्यासी बाबा
प्रश्न – बागेश्वर धाम के गुरु जी का नंबर क्या है?
उत्तर – धीरेन्द्र कृष्ण जी का कॉन्टेक्ट नंबर (Dhirendra Krishna Shastri contact number) 8120 5923 71 है।
हमारे शब्द – Our Words
दोस्तों ! आज के इस लेख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय | बागेश्वर धाम | dhirendra krishna shastri biography में हमने आपको वृहत जानकारी उपलब्ध कराई है , हमें पूर्ण आशा है कि आपको यह जानकारी और यह लेख अवश्य पसंद आया होगा।
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