Teacher’s Day Essay in Hindi | शिक्षक दिवस पर निबंध | Teacher’s Day 2023

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सब धरती कागद करूँ, लेखनी सब वनराय।

सात समंदर की मसि करूँ, गुरु गुण लिखा न जाय॥

उपरोक्त पंक्तियां हमारे देश में एक शिक्षक की महानता को वर्णित करती हैं, यह बताती हैं कि अगर समस्त धरती को कागज बना दिया जाए और सभी वनों को लेखनी बना दिया जाए तथा सातों समंदर की स्याही बना दी जाए, तब भी गुरु की महिमा का वर्णन नहीं किया जा सकता।

भारतीय संस्कृति में गुरु की महत्ता को ईश्वर से भी ऊपर माना गया है। गुरु ही वह व्यक्ति है जो हमें, ईश्वर के साथ-साथ, समस्त संसार के बारे में ज्ञान देता है। अतः हमारे देश में गुरु-शिष्य परंपरा का महत्व आदिकाल से रहा है।

शिष्य के जीवन, भविष्य व व्यक्तित्व निर्माण में एक शिक्षक की अहम भूमिका होती है, इसी कारण मानव जीवन में शिक्षक की भूमिका सर्वोच्च मानी गई है।

ऐसे शिक्षक को चिरंतर स्मरण रखने व हमेशा उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रतिवर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

दोस्तों ! आज हम अपने इस लेख Teacher’s Day Essay in Hindi | शिक्षक दिवस पर निबंध | Teachers Day 2023 में शिक्षक दिवस पर निबंध लिखने के बारे में बताएंगे।

यह निबंध आपकी आगामी परीक्षाओं में, अथवा शिक्षक दिवस पर स्कूल में भाषण प्रतियोगिता में आपको सहायता करेगा तथा आप इसकी सहायता से शिक्षक दिवस पर निबंध, शिक्षक दिवस पर भाषण आदि लिखने व बोलने में सक्षम बन सकेंगे।

अतः आपसे अनुरोध है कि शिक्षक दिवस पर निबंध (Teacher’s Day Essay in Hindi) के इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें। तो दोस्तों ! आइए जानते हैं Teacher’s Day Essay in Hindi के बारे में।

Table of Contents

Teacher’s Day Essay in Hindi | शिक्षक दिवस पर निबंध | Teachers Day 2023

बिन्दु सूचना
दिवस का नाम शिक्षक दिवस ( Teachers Day )
मनाने का दिन 5 सितंबर ( भारत में )
5 अक्टूबर ( अंतर्राष्ट्रीय )
मनाने का उद्देश्य हमारे शिक्षकों का सम्मान करना व कृतज्ञता व्यक्त करना
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प्रस्तावना – Introduction

हमारे देश में प्रतिवर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस ( Teachers Day) मनाया जाता है। हमारे देश के प्रथम उपराष्ट्रपति तथा दूसरे राष्ट्रपति डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के उपलक् में हम प्रतिवर्ष शिक्षक दिवस मनाते हैं। डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षक, कुशल राजनीतिज्ञ और महान शिक्षाविद् थे, उनके साथ-साथ समस्त शिक्षकों को सम्मान प्रदान करने के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

Teacher's Day Essay in Hindi
Teacher’s Day Essay in Hindi

भारत में शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है ? – When Teacher’s Day is Celebrated in India ?

डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है, इस दिन के माध्यम से हम डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन के साथ-साथ हमारे राष्ट्र निर्माता प्रत्येक शिक्षक के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उन्हें सम्मान प्रदान करते हैं।

5 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस ?- Why Teacher’s Day is Celebrated on September 5 ?

भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति तथा दूसरे राष्ट्रपति रहे डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन अर्थात 5 सितंबर को हम अपने देश में शिक्षक दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं।

हमारे देश में पहली बार 5 सितंबर 1962 को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया गया। राधाकृष्णन जी ने अपने छात्रों के समक्ष अपने जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की इच्छा प्रकट की थी।

डॉ0 राधाकृष्णन जी का जन्म 5 सितंबर सन 1888 को तिरुमनी नमक गांव में तमिलनाडु में हुआ था।दुनिया भर में 100 से अधिक देशों में शिक्षक दिवस मनाने की परंपरा है, परंतु प्रत्येक देश में शिक्षक दिवस को अलग-अलग समय पर मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है।

शिक्षक का महत्व – Significance of Teacher

गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वर:।

गुरुर्साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नम:।।

उपरोक्त पंक्तियों से गुरु के महत्व का ज्ञान होता है, जिनमें गुरु को ब्रह्मा, विष्णु , महेश तथा परम ब्रह्म के समान कहा गया है। सच्चे अर्थों में शिक्षक का स्थान माता-पिता तथा ईश्वर से भी ऊपर माना गया है। जैसा कि गुरु की महिमा व उनके स्थान का वर्णन करते हुए कबीरदास जी लिखते हैं –

गुरु गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागू पाय।

बलिहारी गुरु आपने, गोविन्द दियो बताय ।।

अर्थात मेरे समक्ष गुरु और गोविंद ( भगवान ) दोनों खड़े हैं, मुझे पहले किस के चरण स्पर्श करने चाहिए, हे गुरु ! मैं आपका आभारी हूं कि आपने मुझे इस बात का ज्ञान दिया कि मुझे पहले गुरु के चरण स्पर्श करने चाहिए, जिन्होंने मुझे ईश्वर के बारे में ज्ञान दिया है।

शिक्षक हमें शिक्षा प्रदान करते हैं, सही गलत का ज्ञान देते हैं, हमारे अंधकारमय जीवन को ज्ञान की रोशनी से प्रकाशित करते हैं, हमारे भविष्य का निर्माण करते हैं तथा प्रत्येक परिस्थिति में हमारा मार्गदर्शन करते हैं। हमें जीवनपर्यंत ऐसे गुरु का सम्मान करना चाहिए तथा उनका ऋणी रहना चाहिए।

गुरु का अर्थ विद्यालय में शिक्षा देने वाले शिक्षक से ही नहीं होता, बल्कि हमारे जीवन में हमें पग-पग पर सही-गलत का ज्ञान देने वाला कोई भी व्यक्ति हमारे जीवन में गुरु का स्थान रखता है, हमें जीवन देने वाली मां हमारी प्रथम गुरु होती है शेष सभी शिक्षकों का स्थान उनके बाद आता है।

भारत में पहला शिक्षक दिवस – First Teacher’s Day of India

हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन की इच्छा के आधार पर उनके जन्मदिन के अवसर पर 5 सितंबर 1962 को हमारे देश में पहली बार शिक्षक दिवस मनाया गया।

शिक्षक दिवस मनाने का उद्देश्य – Objective of Celebrating Teacher’s Day

हमारे जीवन में शिक्षक की भूमिका अतुलनीय है, उसकी तुलना और से नहीं की जा सकती। शिक्षक हमारे जीवन को एक कुम्हार की भांति आकार देता है, हमारी कमियों को दूर करके हमारे व्यक्तित्व को निखारता है, हमें जीवन के मुश्किल समय में जीना सिखाता है।

ऐसे शिक्षक को बदले में हम कुछ और नहीं दे सकते, परंतु हां… शिक्षक दिवस के दिन उन्हें समुचित सम्मान देकर उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त कर सकते हैं। इसीलिए हम प्रतिवर्ष शिक्षक दिवस मनाते हैं।

हमारे जीवन में शिक्षक की आवश्यकता – Need of Teacher in our Life

भले ही कोई व्यक्ति किसी भी पृष्ठभूमि से संबंध रखता हो पर उसे जीवन में सफल होने के लिए एक शिक्षक की आवश्यकता होती है। हमारी हर कामयाबी, हर तरक्की के पीछे अगर गौर से देखा जाए तो एक शिक्षक ही है जिसकी भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है।

शिक्षक हमें पढ़ाई लिखाई के अतिरिक्त, समाज में उठना-बैठना, बातचीत करना, अच्छे बुरे में फर्क करना सिखाते हैं , साथ ही हमारे व्यक्तित्व के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

दोस्तों ! इसलिए हम कह सकते हैं कि जीवन में एक कामयाब इंसान बनने के लिए हमें हमेशा एक शिक्षक की आवश्यकता होती है।

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शिक्षक दिवस का महत्व – Significance of Teacher’s Day

5 सितंबर को हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन होता है। वे शिक्षण कार्य के प्रति समर्पित व्यक्ति थे, वे एक महान शिक्षक, शिक्षाविद, राजनयिक और अध्येता थे।

जब 1962 में वह भारत के दूसरे राष्ट्रपति बने तब उनके कुछ शिष्यों ने उनसे मिलकर उनका जन्म दिन मनाने का आग्रह किया, तब उन्होंने कहा कि यदि 5 सितंबर को आप मेरा जन्म दिन मनाना ही चाहते हैं तो क्यों ना आप इसे शिक्षक दिवस के रूप में मनाएं,  तभी से प्रतिवर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

शिक्षक दिवस ( 5 सितंबर ) प्रत्येक छात्र के साथ-साथ, सभी शिक्षकों के जीवन में भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस दिन छात्र शिक्षकों के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं, उनका धन्यवाद करते हैं।

इस दिन को हम शिक्षक दिवस के रूप में मना कर,अध्यापन कार्य की महानता को प्रदर्शित करते हुए, देश के सभी शिक्षकों को देश और समाज के विकास में उनके अतुलनीय योगदान के लिए सम्मानित करते हैं।

विद्यालयों में शिक्षक दिवस – Teacher’s Day in Schools

सभी स्कूलों , कॉलेजों व शिक्षण संस्थाओं में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इस दिन छात्र अपने टीचर्स को शिक्षक दिवस की शुभकामना देते हैं, उनके सम्मान में भाषण देते हैं, उन्हें उपहार देते हैं, और कुछ विद्यालयों में इस दिन छात्र कक्षाओं में अध्यापन कार्य स्वयं करते हैं।

इस प्रकार सभी विद्यालयों में शिक्षक दिवस को विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करके बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

अन्य देशों में शिक्षक दिवस – Teacher’s Day in other Countries

  • थाईलैंड में प्रतिवर्ष 16 जनवरी को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • तुर्की में शिक्षक दिवस हर साल 24 नवंबर को मनाया जाता है।
  • भारत के अतिरिक्त 21 अन्य देशों में भी शिक्षक दिवस 5 सितंबर को ही मनाया जाता है।
  • ईरान में प्रतिवर्ष 2 मई को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
  • अमेरिका में मई के प्रथम सप्ताह के मंगलवार को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
  • तुर्की में शिक्षक दिवस 24 नवंबर को मनाया जाता है।
  • मलेशिया में शिक्षक दिवस 16 मई को मनाया जाता है तथा इसे “हरि गुरु” कहा जाता है।
  • चीन में टीचर्स डे 10 सितंबर को मनाया जाता है।
  • रूस में 1994 तक अक्टूबर के पहले रविवार के दिन शिक्षक दिवस मनाया जाता था, परंतु यूनेस्को के द्वारा 1994 में World Teacher’s Day घोषित होने के बाद अब वहां शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है।

शिक्षक दिवस से जुड़े कुछ रोचक तथ्य – Teacher’s Day Interesting Facts

शिक्षक दिवस से जुड़े कुछ रोचक तथ्य Teacher’s Day Essay in Hindi में हम आपके लिए नीचे लिख रहे हैं-

  • हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन, अर्थात 5 सितंबर को हमारे देश में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • उन्होंने अपने छात्रों से अपने जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की इच्छा प्रकट की थी।
  • डॉ0 राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को हुआ था, तथा उनका देहांत 17 अप्रैल 1975 को हुआ।
  • भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाते हैं, परंतु संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
  • हमारे देश में 5 सितंबर 1962 को सर्वप्रथम शिक्षक दिवस मनाया गया था।
  • विश्व में 100 से भी अधिक देशों में शिक्षक दिवस मनाने की परंपरा है, परंतु यह अलग-अलग दिन मनाया जाता है।
  • हर साल शिक्षक दिवस के अवसर पर देश के सभी स्कूल, कॉलेज व शिक्षण संस्थानों में रंगारंग कार्यक्रम, तथा विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं केआयोजन के साथ शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
  • इस दिन छात्र अपने शिक्षक का महत्व बताते हुए, अपने भाषण में उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उन्हें उपहार देते हैं।
  • एक समृद्ध और विकसित राष्ट्र का निर्माण योग्य शिक्षकों की बुनियाद पर ही हो सकता है।

शिक्षक की महत्ता के बारे में महान विभूतियों के उद्धरण –

“5 सितंबर को मेरा जन्मदिन मनाने के स्थान पर यदि शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है तो यह मेरा सौभाग्य होगा।”

-डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन

“गुरु के प्रति श्रद्धा, विनय, विश्वास और विनम्रता के बिना हमारे भीतर धर्म का भाव नहीं पनप सकता।”

-स्वामी विवेकानंद

“गुरु को हमेशा अपने पिता की तरह सम्मान देना चाहिए गुरु को सम्मान प्रदान करने वाला व्यक्ति कभी भी जीवन में असफल नहीं हो सकता।”

-चाणक्य

“महान शिक्षक होने के लिए तीन बातें सर्वाधिक महत्वपूर्ण हैं – जुनून, ज्ञान और करुणा।”

-डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम

“शिक्षक व छात्र साथ-साथ कार्य करते हैं, इसलिए शिक्षक के व्यक्तित्व का छात्र पर सर्वाधिक प्रभाव पड़ता है, बच्चे पुस्तकों और व्याख्यानों के बजाय शिक्षकों के जीवन से अधिक सीखते हैं।”

-महात्मा गांधी

“अगर आप अपने बालक को बेहतर शिक्षा दिलाना चाहते हैं तो अच्छा स्कूल ढूंढने के स्थान पर अच्छा शिक्षक ढूंढिए।”

-बिल गेट्स

“एक दोयम दर्जे का शिक्षक बताता है, अच्छा अध्यापक समझाता है, श्रेष्ठ अध्यापक प्रदर्शित करता है तथा महान अध्यापक प्रेरित करता है।”

-विलियम ऑर्थर वर्ड

“अध्यापक चाहें तो चुनौतियों और चॉक के सही तालमेल से छात्रों का जीवन बदल सकते हैं।”

-जॉयस मेयर

उपसंहार – Epilogue

प्राचीन काल से ही गुरुओं का सम्मान हमारी संस्कृति रही है। हर वर्ष शिक्षक दिवस मना कर हम अपनी नई पीढ़ी को भी गुरु का सम्मान करने की सीख देते हैं। हम सभी को अपने शिक्षकों का आदर सम्मान करना चाहिए, उनकी आज्ञा का पालन करना चाहिए, और उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए।

यदि उचित व्यवहार करते हुए हम अपने शिक्षकों को सम्मान देते हैं, तभी हमारी शिक्षक दिवस को मनाने की सार्थकता सिद्ध होती है।

FAQ

प्रश्न – शिक्षक दिवस 5 सितंबर को क्यों मनाया जाता है?

उत्तर – भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन क्योंकि स्वयं एक शिक्षक भी थे, अतः वे चाहते थे कि उनके जन्मदिन अर्थात 5 सितंबर को शिक्षक दिवस की तरह मनाया जाए, इसीलिए 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

प्रश्न –शिक्षक दिवस का क्या महत्व है?

उत्तर – इस दिन छात्र शिक्षकों के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं, उनका धन्यवाद करते हैं। इस दिन को हम शिक्षक दिवस के रूप में मना कर,अध्यापन कार्य की महानता को प्रदर्शित करते हुए, देश के सभी शिक्षकों को देश और समाज के विकास में उनके अतुलनीय योगदान के लिए सम्मानित करते हैं।

प्रश्न – शिक्षक दिवस कब और क्यों मनाया जाता है भाषण?

उत्तर – हमारे देश में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है। हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन  के जन्मदिन के अवसर पर  उन्हें व समस्त शिक्षकों को सम्मानित करने हेतु इस दिवस को  मनाते हैं ।

प्रश्न – शिक्षक दिवस पर क्या बोलें ?

उत्तर – शिक्षक दिवस के अवसर पर हमें विद्यालय मेंअपने शिक्षकों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हुए उनके सम्मान में भाषण देने चाहिए, और उन्हें धन्यवाद देना चाहिए।

प्रश्न – हमारे देश में शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है?

उत्तर – हमारे देश में हर वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

प्रश्न – भारत में पहली बार शिक्षक दिवस कब मनाया गया ?

उत्तर – भारत में पहली बार शिक्षक दिवस 5 सितंबर 1962 को मनाया गया।

हमारे शब्द ( निष्कर्ष )– Conclusion

प्रिय पाठकों ! हमारे इस लेख  ( Teacher’s Day Essay in Hindi | शिक्षक दिवस पर निबंध | Teachers Day 2023 ) में  Teacher’s Day Essay in Hindi  के बारे में हमने आपको विस्तार से हर जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। रक्षा बंधन से जुड़ी वृहत जानकारी आपको कैसी लगी ?

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जीवन को अपनी शर्तों पर जियें ।

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