बहुत कम लोग जानते हैं कि नवरात्रि वर्ष में 4 बार आती हैं, चैत्र व शारदीय नवरात्रि के अतिरिक्त दो और माघ व आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि भी होती हैं
गुप्त नवरात्रि में केवल तांत्रिक पूजा की जाती है परन्तु सामान्य नवरात्रि में सामान्य पूजा के साथ तांत्रिक पूजा भी की जाती है
गुप्त नवरात्रि के लिए 9 दिन की कलश स्थापना की जाती है, इसके साथ सप्तशती पाठ, चालीसा और मंत्र जाप व आरती सुबह-शाम करना चाहिए |
लौंग-बताशा का भोग लगाकर माँ को लाल फूल समर्पित करने चाहिए,तुलसी,आक,दूब,मदार आदि नहीं चढ़ाने चाहिए व सात्विक रहना चाहिए
वर्ष 2022 की आसाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि 30 जून दिन वृहस्पतिवार से प्रारंभ होकर 8 जुलाई 2022 तक रहेंगी
इस वर्ष आसाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि के लिए कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 30 जून को प्रातः 5 बजकर 26 मिनट से प्रारंभ होकर प्रातः 6:43 तक है |
शीघ्र रोज़गार प्राप्ति के लिए नवरात्रि की किसी भी रात दीप जलाकर नौ बताशे लेकर प्रत्येक पर 2 लौंग रखकर माँ को समर्पित करें |
शीघ्र विवाह कामना हेतु माँ के समक्ष नवरात्रि के हर दिन घी का एक दीप जलाकर माँ को लाल पुष्पों की माला अर्पित कर शीघ्र विवाह की कामना करें |