Republic day essay in hindi, गणतंत्र दिवस पर निबंध, 2023, महत्व, भाषण व इतिहास

Rate this post

26 जनवरी 2022 को हमारा देश 73 वाँ गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है,अर्थात स्वाधीन भारत का गणतंत्र दिवस। यही वह दिन है जब 1950 में हमारा संविधान लागू हुआ और पहली बार देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद जी ने 21 तोपों की सलामी के साथ भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराकर भारतीय गणतंत्र के आगाज की घोषणा की।

और इसी के साथ ब्रिटिश शासकों की लंबी दासता व गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने के 894 दिनों के बाद हमारा देश एक गणतंत्र राष्ट्र बना, 26 जनवरी 1950 के बाद से हर वर्ष पूरा देश इस दिवस को बड़े गर्व और हर्षोल्लास के साथ गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है।

1930 से चले आ रहे लगभग दो दशक पुराने इस सपने को हमारे महान क्रांतिकारियों ने हमेशा अपनी आंखों में, संजोया और पल्लवित किया था, तब से यह सपना 26 जनवरी 1950 को भारतीय गणतंत्र के रूप में साकार हुआ, और हमारा देश एक धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक, गणतंत्र देश बना।

प्रिय पाठकों , आज हम अपने इस पेज पर Republic day essay in hindi, गणतंत्र दिवस पर निबंध, 2023, महत्व, भाषण व इतिहास  निबंध के माध्यम से आपको हमारे गणतंत्र दिवस ( 26 जनवरी ) पर हिन्दी में निबंध लिखने का सबसे बेहतर तरीका बताने जा रहे हैं।

ये निबंध Republic day essay in hindi आपकी आगामी परीक्षाओं में बहुत ही मददगार साबित होने वाला है साथ ही आप इस लेख को विद्यालय में गणतंत्र दिवस पर भाषण के रूप में भी प्रयुक्त कर सकते हैं।

Republic day essay in hindi, गणतंत्र दिवस पर निबंध 2023, महत्व, भाषण व इतिहास

बिन्दु जानकारी
पर्व का नाम गणतंत्र दिवस
पर्व की प्रकृति राष्ट्रीय पर्व
अन्य राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त ), गांधी जयंती(2 अक्टूबर )
मनाने की तारीख प्रतिवर्ष 26 जनवरी
मनाने का कारण देश का संविधान लागू किया जाना
संविधान बनाने में लगा समय 2 वर्ष, 11 माह, 18 दिन
होम पेज यहाँ क्लिक करें

भारतीय गणतंत्र दिवस का इतिहास – History of Indian Republic Day

भारतीय गणतंत्र दिवस के इतिहास को समझने के लिए हमें वर्तमान से लगभग 9 दशक पीछे 31 दिसंबर 1929 की उस तारीख का साक्षी बनना होगा जहां से स्वराज्य की इस गौरवमयी यात्रा का प्रारंभ हुआ। 1929 में लाहौर में कांग्रेस का अधिवेशन हुआ जिसकी अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने की।

इस अधिवेशन में एक प्रस्ताव पास करके पूर्ण स्वराज को कांग्रेस का लक्ष्य घोषित किया गया। 31 दिसंबर 1929 की मध्य रात्रि को रावी नदी के तट पर प्रसन्नता, गौरव और हर्षोल्लास के साथ भारतीय स्वतंत्रता का प्रतीक तिरंगा झंडा फहराया गया, और प्रथम “स्वतंत्रता दिवस” के रूप में 26 जनवरी 1930 की ऐतिहासिक तारीख को निश्चित किया गया।

भारतीय संविधान के निर्माण की कहानी Story of Making of Indian Constitution

भारतीय गणतंत्र में संविधान का स्थान सर्वोपरी है , हमारे देश में प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति, सरकार या सुप्रीम कोर्ट सभी को इसके वैधानिक दायरों के अंदर रहते हुए ही कार्य करने होते हैं ।

भारतीय संविधान के निर्माण के लिए एक संविधान सभा की स्थापना कि गई ।  9 दिसंबर 1947 को भारतीय संविधान सभा की पहली बैठक संपन्न हुई, संविधान सभा के प्रमुख सदस्य डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, डॉ राजेंद्र प्रसाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, अबुल कलाम आजाद थे, जिन्होंने इस बैठक में भाग लिया, और भारतीय संविधान बनाने के बारे में काफी चर्चा हुई ।

Republic Day Essay in Hindi
Republic day essay in hindi

1946 में संविधान सभा की पहली बैठक में डॉ राजेंद्र प्रसाद को स्थाई अध्यक्ष चुना गया था।  29 अगस्त 1947 को भारतीय संविधान तैयार करने के लिए संविधान सभा ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन किया जो संविधान निर्माण की 22 समितियों में से सबसे महत्वपूर्ण थी।

डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कानूनों के बहुत बड़े ज्ञाता थे तथा बहुत ही बुद्धिमान व योग्य विधिवेत्ता थे अतः उन्हें ड्राफ्टिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया। इस कमेटी का कार्य संविधान लिखने का था।

कई संशोधनों के पश्चात भारतीय संविधान बनकर तैयार हुआ। भारतीय संविधान को बनाने में 2 वर्ष 11 माह तथा 18 दिन का समय लगा। इस संविधान को 26 नवंबर 1949 को आधिकारिक रूप से संविधान सभा द्वारा आत्मार्पित किया गया।  इसीलिए 26 नवंबर के दिन को प्रतिवर्ष भारत में संविधान दिवस के रूप में मनाते हैं।

संविधान सभा ने संविधान बनाने के लिए कुल 114 बैठकें की कई सुधार और बदलाव के बाद 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा के 284 सदस्यों ने इसकी दो हस्तलिखित कॉपी पर हस्ताक्षर किए तत्पश्चात 26 जनवरी 1950 को यह संपूर्ण देश में लागू हो गया।

इस मौके पर डॉ राजेंद्र प्रसाद ने स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, इर्विन स्टेडियम में भारतीय तिरंगा फहराया और इस प्रकार भारतीय गणतंत्र का संविधान प्रभावी हुआ।

You May Also Like

गणतंत्र दिवस का महत्व – Significance of Republic Day

जानिए गणतंत्र दिवस का महत्व गणतंत्र दिवस पर निबंध में-भारतीय गणतंत्र दिवस हमारे तीन प्रमुख राष्ट्रीय पर्वों में से एक है , यह 26 जनवरी को पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस का महत्व इसलिए है क्योंकि इसी दिन 26 जनवरी 1950 में भारत सरकार अधिनियम 1935 के स्थान पर भारतीय संविधान को लागू करके हमने अपने देश में स्वयं के कानूनों को लागू किया था। 26 जनवरी के दिन को इसलिए चुना गया क्योंकि इसी दिन लाहौर अधिवेशन 1930 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी।  

गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं ? Why Republic Day Is Celebrated ?

सैकड़ों वर्षों की लम्बी दासता के बाद 15 अगस्त 1947 को हमारा देश ब्रिटिश हुकूमत की शासन सत्ता से आजाद हुआ और उसके बाद 26 जनवरी 1950 को हमारा स्वयं का संविधान लागू हुआ।

कई देशों के संविधान से प्रेरणा लेकर हमने अपने देश के संविधान का निर्माण किया है, हमारे देश का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।  भारतीय संविधान में अलग-अलग अनुच्छेदों में मौलिक अधिकारों का वर्णन है, साथ ही मौलिक कर्तव्यों का भी वर्णन किया गया है।

प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस को मनाने का उद्देश्य यही है कि हमारे देश के सभी नागरिक अपने मौलिक अधिकारों के साथ-साथ मूल कर्तव्यों को भी ध्यान रखें तथा अपने देश के समस्त कानूनों से परिचित रहे। साथ ही अनगिनत संघर्षों व कुर्बानियों के बाद मिली आजादी का हमें सदैव भान रहे और हम अपने गणतंत्र की पवित्र मान्यताओं को अखंड व अक्षुण्ण रखें।

भारतीय राष्ट्रीय पर्व : गणतंत्र दिवस ( 26 जनवरी ) Indian National Festival : Republic Day ( 26 January )

26 जनवरी हमारे देश का राष्ट्रीय पर्व है ।  इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था , इस एतिहासिक दिन को अमर बनाने और हमेशा इसकी यादों को सँजोये रखने के लिए तथा भारतीय गणतंत्र के वर्तमान स्वरूप को मान्यता देने के लिए हम हर वर्ष इस राष्ट्रीय पर्व को मानते हैं।

26 जनवरी को हमारे देश का राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है , गणतंत्र दिवस के अतिरिक्त हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस ( 15 अगस्त ) तथा गांधी जयंती ( 2 अक्टूबर ) भी राष्ट्रीय पर्व के रूप में घोषित किए गए हैं और इन दोनों राष्ट्रीय पर्वों पर भी राष्ट्रीय अवकाश होता है।

गणतंत्र दिवस का जश्न – Celebration Of Republic Day

26 जनवरी को पूरे देश में बड़ी धूमधाम से राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हैं ।  इस दिन देश के राष्ट्रपति द्वारा समारोह के दौरान ध्वजारोहण किया जाता है और तोपों की सलामी के साथ ही राष्ट्रगान गाया जाता है।

उपस्थित सभी लोग सावधान मुद्रा में खड़े होकर राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान देते हुए देश का राष्ट्रगान गाते हैं। देश की जल , थल और नभ तीनों सेनाएं इस समारोह में भाग लेती हैं तथा राष्ट्रीय ध्वज व राष्ट्रपति को सलामी देती है।

दिल्ली की गणतंत्र दिवस परेड – Republic Day Parade Of Delhi

प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस पूरे देश में जोशोखरोश के साथ मनाया जाता है परंतु दिल्ली की गणतंत्र दिवस परेड पूरे देश में प्रसिद्ध है, देश की राजधानी में, इस दिन को बड़े उमंग और उत्साह के साथ मनाते हैं।

इस अवसर पर इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक पूरे राजपथ पर एक विशाल तथा भव्य परेड का आयोजन किया जाता है। इस समारोह में देश की तीनों सेनाएं ( जल, थल तथा वायु ) हिस्सा लेती हैं।

समारोह में वायु सेना के जवान आकाश में एयरक्राफ्ट उड़ाते हुए विभिन्न प्रकार के करतब दिखाते हैं तथा पूरा आकाश रंग बिरंगे धुओं से भर जाता है, जो देखने में बड़ा मनोहारी लगता है।

देश के विभिन्न राज्यों से एनसीसी के कैडेट तथा स्कूली बच्चे इस समारोह में भाग लेने के लिए आते हैं जो भिन्न भिन्न प्रकार की कलाएं व ड्रिल का प्रदर्शन करते हैं, इस समारोह का हिस्सा बनना गौरव व सम्मान की बात मानी जाती है।

समारोह के प्रारंभ में प्रधानमंत्री इंडिया गेट पर स्थित “अमर जवान ज्योति” पर शहीद सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए 2 मिनट का मौन रखते हैं तत्पश्चात प्रधानमंत्री मंच पर पहुंचते हैं, उसके बाद गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के साथ राष्ट्रपति वहां पहुंचते हैं।

गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में लगभग सभी राज्य गाड़ियों के ऊपर अपने राज्य की सांस्कृतिक विशिष्टता को प्रदर्शित करने वाली झांकियां प्रस्तुत करते हैं । इस पूरे समारोह का सीधा प्रसारण राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारित किया जाता है। इस दिन सारा देश मंत्रमुग्ध होकर देश के गौरवशाली क्षणों को टेलीविजन पर देखता है और राष्ट्रीय अवकाश का आनंद लेता है।

गणतंत्र दिवस 2023 के संभावित मुख्य अतिथि – Likely To Be Chief Guest For Republic Day 2023

गणतंत्र दिवस 2023 के अवसर पर 26 जनवरी को होने वाले भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी मुख्य अतिथि होंगे। भारत सरकार ने उन्हें न्यौता भेजा है।

गणतंत्र दिवस से जुड़े 15 रोचक तथ्य – 15 Interesting Facts Related to Republic Day


गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ विशेष रोचक तथ्य इस प्रकार हैं जो आपको जानने चाहिए –

  • हमारे देश का संविधान 26 जनवरी 1950 को सुबह के 10:18 बजे लागू किया गया।
  • 26 जनवरी पर ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान के समय 21 तोपों की सलामी दी जाती है जो राष्ट्रगान के शुरू होने से समाप्त होने तक अर्थात 52 सेकंड तक चलती है।
  • 26 जनवरी पर दी जाने वाली सलामी 7 तोपों के द्वारा दी जाती है जिन्हें पौंडर्स कहा जाता है, प्रत्येक तोप से 3 राउंड फायरिंग की जाती है।
  • गणतंत्र दिवस की प्रथम परेड सन् 1955 में दिल्ली के राजपथ पर हुई।
  • पहली बार राजपथ परेड 1955 में हुई जिसमें पाकिस्तान के प्रथम गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद चीफ गेस्ट थे।
  • 26 जनवरी 1950 की पहली गणतंत्र दिवस की परेड इर्विन स्टेडियम ( नेशनल स्टेडियम ) में हुई।
  • भारत का संविधान पूरे विश्व में सर्वाधिक बड़ा लिखित संविधान है।
  • भारतीय संविधान को लिखने में 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन का समय लगा।
  • भारत के प्रथम गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णों थे ।
  • गणतंत्र दिवस की परेड दिल्ली में राजपथ से प्रारंभ होकर लाल किले पर समाप्त होती है इस परेड के दौरान भारतीय सेनाएं अपना शक्ति प्रदर्शन करती हैं।
  • भारतीय संविधान की अंग्रेजी व हिंदी में एक – एक प्रति हस्तलिपि में तैयार की गई थी जो आज भी संसद की लाइब्रेरी में सुरक्षित है।
  • गणतंत्र दिवस के समारोह के दौरान ही वर्ष के पद्मभूषण, कीर्ति चक्र तथा भारत रत्न जैसे पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
  • पिंगलीवेंकैयाको भारत के राष्ट्रीय ध्वज  के डिजाइन का निर्माता माना जाता है।
  • समारोह के दौरान एक ईसाई गीत “अबाइड विद मी” की धुन बजाई जाती है ऐसा माना जाता है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को यह धुन बहुत पसंद थी।
  • गणतंत्र दिवस का जलसा 3 दिन तक चलता है और “बीटिंग द रिट्रीट “ सेरेमनी के साथ समाप्त होता है।

FAQs

  1. प्रश्न – भारत में गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है ?

    उत्तर – भारत में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है|

  2. प्रश्न – भारतीय संविधान कितने समय में बनकर तैयार हुआ ?

    उत्तर – भारतीय संविधान को बनाने में 2 वर्ष , 11 माह , 18 दिन का समय लगा।  

  3. प्रश्न – हमारे देश में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है ?

    उत्तर – इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था इसीलिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।

  4. प्रश्न – यह कौन सा गणतंत्र दिवस है ?

    उत्तर – 26 जनवरी 2023 को देश का 74 वाँ गणतंत्र दिवस है ।

  5. प्रश्न – पहली बार गणतंत्र दिवस कब मनाया गया ?

    उत्तर – 26 जनवरी 1950 को।

  6. प्रश्न – 26 जनवरी को झण्डा कौन फहराता है ?

    उत्तर – 26 जनवरी को राष्ट्रपति झण्डा फहराते हैं ।

  7. प्रश्न – गणतंत्र दिवस की प्रथम परेड कब और कहाँ हुई।

    उत्तर – गणतंत्र दिवस की प्रथम परेड सन् 1955 में दिल्ली के राजपथ पर हुई।

  8. प्रश्न – भारत के प्रथम गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि कौन थे ?

    उत्तर – भारत के प्रथम गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णों थे ।

  9. प्रश्न – हमारे देश के राष्ट्रीय पर्व कौन – कौन से हैं ?

    उत्तर –हमारे देश के राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) ,गणतंत्र दिवस ( 26 जनवरी ) तथागाँधी जयन्ती ( 2 अक्टूबर ) हैं ।

  10. प्रश्न – गणतंत्र दिवस 2023 के मुख्य अतिथि कौन होंगे ?

    उत्तर – 26 जनवरी, 2023 को होने वाले भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी मुख्य अतिथि होंगे।

उपसंघार – Conclusion गणतंत्र दिवस पर निबंध

किसी भी देश के लिए उसके राष्ट्रीय पर्व (National Festival), विशेषकर स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस सबसे बड़े और गौरवशाली त्यौहार होते हैं ।  उसी क्रम में हमारा गणतंत्र दिवस भी हमारे लिए एक गौरव का दिन है ।  

इस दिन को मनाने के साथ हम अपने देश के महान क्रांतिकारियों व देशभक्तों के बलिदान को याद करते हैं।  साथ ही ये वो दिन है जिसको मनाने के साथ हम अपने मूल अधिकारों के साथ – साथ अपने मौलिक कर्तव्यों को भी याद रखते हैं ।  

अंत में – हमें अपने गणतंत्र की मर्यादाओं को ध्यान में रखते हुए अपने व्यवहार को हमेशा संयमित रखना चाहिए तभी इस दिवस को मनाने की सार्थकता सिद्ध होती है।

तो दोस्तों ये था Republic day essay in hindi, गणतंत्र दिवस पर निबंध, 2023, महत्व, भाषण व इतिहास आपको ये निबंध कैसा लगा ? आशा है आपको गणतंत्र दिवस पर निबंध ( लेख ) के साथ – साथ हमारे अन्य लेख भी पसंद आते होंगे ।  

यदि आपको हमारा ये लेख पसंद आया हो तो कमेन्ट बॉक्स में लिखकर अवश्य हमें भेजे साथ ही यदि आपके विचार में हमारे लेखन से संबंधित कोई सुझाव हों तो हमें अवश्य लिखें , क्योंकि आपके सुझावों से हमें बेहतर लिखने की प्रेरणा मिलती है ।

तो मित्रों जल्द ही आपसे रूबरू होंगे एक और नए , ताजा और रोचक जानकारी से भरपूर लेख के साथ ।  धन्यवाद।

Happy 74th Republic Day to All of you.

From – Team sanjeevnihindi

43 thoughts on “Republic day essay in hindi, गणतंत्र दिवस पर निबंध, 2023, महत्व, भाषण व इतिहास”

Leave a Comment

error: Content is protected !!